सफलता के लिए लक्ष्य का चुनाव आवश्यक है

 लक्ष्य का मतलब है उद्देश्य, लक्ष्य सपने से ज्यादा होता है, क्योंकि लक्ष्य का मतलब है सपने पर काम करना जब तक लक्ष्य नहीं बनाया जाता तब तक कुछ भी हासिल नहीं होता है. लक्ष्य के बिना आदमी जीवन में इधर उधर भटकता रहता है. वह कभी नहीं जान पाता है कि उसके जीवन का उद्देश्य क्या है इसलिए वह जीवन में कुछ भी  हासिल नहीं कर पाता है. सफलता के लिए लक्ष्य उतना ही आवश्यक है जितनी आवश्यक जीवन के लिए ऑक्सीजन है. कोई भी बिना लक्ष्य के सफल नहीं हुआ है.

सफलता के लिए पूरे मन से प्रयास की जरूरत होती है और आप किसी काम में पूरा मन तभी लगा सकते हैं जब आप उस कार्य को पसंद करते हो. सफल लोगों का ध्यान लक्ष्य पर लगा रहता है और इसी से उन्हें ऊर्जा मिलती है, सफल लोगों को हमने कभी भी ज्यादा काम की शिकायत करते हुए नहीं सुना है इसका कारण यह है कि वह अपने लक्ष्य के प्रति इतने समर्पित होते हैं कि उन्हें इसी में आनंद मिलता है.

दृढ़ निश्चय के साथ तय किए गए लक्ष्य की सबसे खास बात यह है कि वह आपको अपने सपने तक पहुंचने की राह पर हमेशा बनाए रखता है. वह व्यक्ति जो अधिकतम सफलता पाने के लिए दृढ़ संकल्प है उसे यह पता होता है कि सफलता एक समय में एक कदम चलने का नाम है, बड़ी सफलता छोटी-छोटी सफलताओं का योग होती है. किसी भी लक्ष्य को हासिल करने के लिए कदम-दर-कदम चलने का तरीका ही सबसे सही है. कई बार ऐसा लगता है कि जैसे कोई अचानक सफल हो गया है. परंतु ऐसे लोग अचानक चोटी पर नहीं पहुंचते बल्कि उन्होंने इसके लिए काफी लंबी तैयारी की हुई होती है .

 यह सच है कि कई बार ऐसी घटनाएं हो जाती हैं जो आपके लक्ष्य की राह में बाधा खड़ी कर देती है. लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आगे का रास्ता बंद हो गया है. सार्थक कोशिशों से कोई न कोई रास्ता निकल ही जाता है. यही तो लक्ष्य के प्रति समर्पण की भावना है. बिना समर्पण के लक्ष्य की प्राप्ति असंभव है.

सफलता के लिए हमें निवेश की आवश्यकता होती है और सबसे अच्छा निवेश है शिक्षा में निवेश करना. कोई व्यक्ति कितना सुशिक्षित है यह इस बात से पता चलता है कि उसका दिमाग कितनी अच्छी तरह विकसित है या दूसरे शब्दों में कहें तो वह कितनी अच्छी तरह सोचता है. जो भी चीज सोचने की योग्यता को सुधारती है वही शिक्षा है. शिक्षा आपके मस्तिष्क को सही दिशा में ढालने में आपकी  मदद करती है. शिक्षा से ही विचारशीलता का जन्म होता है, विचारशीलता से मस्तिष्क को पोषण प्राप्त होता है, इससे सोचने समझने के लिए रचनात्मक सामग्री प्राप्त होती है. सर्व श्रेष्ठ विचारों का खजाना होती हैं अच्छी पुस्तकें, पुस्तकों के माध्यम से हम सर्वश्रेष्ठ चिंतकों और विचारको के संपर्क में आ जाते हैं.

सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त करने के लिए लक्ष्य का निर्धारण अत्यंत आवश्यक है इसके बिना हमारा जीवन कटी हुई पतंग के समान है. लक्ष्य निर्धारण के बाद सकारात्मक ऊर्जा के साथ सही दिशा में किया गया कठिन परिश्रम हमें सफलता के शिखर तक पहुंचाता है.

Comments

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